2023 में कम जूते बनाए जाएंगे
वर्ल्ड फुटवियर ईयरबुक द्वारा वैश्विक फुटवियर उद्योग पर किए गए शोध के अनुसार, 2023 में वैश्विक फुटवियर उत्पादन में पिछले वर्ष की तुलना में 6 प्रतिशत की कमी आई है। ये आंकड़े समायोजित किए गए हैं और इनमें 2020 और 2021 के कोरोनावायरस महामारी के दौरान के निम्नतम बिंदु को शामिल नहीं किया गया है।
यूरोपीय संघ की हिस्सेदारी में 5 प्रतिशत की गिरावट, एशिया सबसे बड़ा फुटवियर उत्पादक बना हुआ है
पिछले साल वैश्विक फुटवियर उत्पादन 22.4 बिलियन जोड़े तक पहुंच गया। यूरोपीय संघ (ईयू) की हिस्सेदारी में 5 प्रतिशत की कमी आई। लगभग दस में से नौ जोड़ी जूते एशिया में उत्पादित होते हैं।
चीन, जो कि सबसे बड़ा जूता उत्पादक (और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश) है, वैश्विक बाजार में 55 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखता है तथा पिछले वर्ष उसने 12.3 बिलियन जोड़ी जूते का उत्पादन किया।
भारत ने अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ा ली है और अब वैश्विक बाजार में इसकी हिस्सेदारी 11.6 प्रतिशत है।
इसलिए एशिया वैश्विक फुटवियर व्यापार पर हावी है, हालांकि 2023 में उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में 7 प्रतिशत कम हो गया।
जूतों की मांग में कमी
विश्व फुटवियर इयरबुक के निष्कर्ष के अनुसार, 2023 में वैश्विक फुटवियर उत्पादन में गिरावट फुटवियर क्षेत्र के प्रमुख क्षेत्रों (अमेरिका, एशिया और यूरोपीय संघ) में खपत में कमी से संबंधित है।
अमेरिका में फुटवियर की खपत में उल्लेखनीय गिरावट (749 मिलियन जोड़े की कमी) देखी गई है, तथा अब यह देश भारत के बराबर आ गया है।
चीन जूते-चप्पल का सबसे बड़ा उपभोक्ता बना हुआ है, हालांकि वैश्विक खपत में इसकी हिस्सेदारी कुल मिलाकर 17.1 प्रतिशत घट गई है (398 मिलियन जोड़े की कमी)।
यूरोपीय संघ फुटवियर का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार है, जहां 399 मिलियन जोड़े की कमी आई है।